Fireworks

पैगाम अपना अपना इस दुनिया में

हर कोई लेकर आता है ।

अमर वही, जो अपनें पैगाम को ,

सही पढ पाता है ।

शीशे के सामने खड़े होने से कुछ् दिखेगा इतना साफ नहीं ।

शीशे के टुकड़े पर चलोगे,

तो ही फिर यह कह सकोगे,

“मैं क्या हूँ अब देखिये सभी “

Fireworks …. oho actually fire works 😉

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